कुलदेवी माता का गीत
माता देय नगारो नीसऱ्या माता झाँझर के झणकार माता
दियाड़ी ने अगड़ घड़ावस्या, माता अगड़ घड़ावस्यां पाट पुरावसयां
माता लुल लुल लागूली पांव ॥ घर के पुरूषों के क्रम से नाम लेवें
माता ऊभा दशरथजी बीनवे माता उभी दोर जिठाण्यां वीनवे
माता लुल लुल लागूली पाँव ॥
माता मसल मलीदा झरता चूरमा, माता लागे नारेला को भोग ।
माता मिसरी मेवा को भोग, माता रूच रूच भोग लगाय ॥
माता कुल देवी जी म्हाने देवोजी आशीस,
माता की आसीसौं सुय फलस्यों फूलस्यों करता कुलदेवी देवोजी आसीस,
फलज्यों फुलज्यो बन्धज्यो रे सेवकड़ नीमयों ॥
माता देय नगारो नीसऱ्या माता झाँझर के झणकार माता
दियाड़ी ने अगड़ घड़ावस्या, माता अगड़ घड़ावस्यां पाट पुरावसयां
माता लुल लुल लागूली पांव ॥
अन्य समन्धित पोस्ट
तेजाजी का गीत तेजाजी का चौक म सोना का हिंडा ..
म्हारे पितर देवता आवो थारो रातिजगो हैं आज
घर आवो जी रसीला पितर खेलों म्हारे आनग्निये
थांका बाबाजी के आगे दुधही निमडी
हरिया बांसा रो पितरा पालनों जी