रातीजगा गीत | दातुन गीत | सुसरा जी ने दातुन सोना को जी |

आड़ी बाड़ी सोना री बाड़ी

रातीजगा गीत

दातुन गीत

सुसरा जी ने दातुन सोना को जी……

सुसरा जी ने दातुन सोना को जी , म्हारा जेठजी ने दातुन सोना को जी ,

म्हारी सासुजी ण कुल्ला दुधा का जी , म्हारी जेठानी ण कुल्ला दुधा का जी ,

तू तो जाग ये कमेडी दिन उगियो , तू तो बोल ये कमेडी दिन उगियो ,

र लुल जा ये कमेडी दिन उगियो , झुक जा ये कमेडी दिन उगियो |

देवर  जी ने दातुन सोना को जी , म्हारा जीजाजी  ने दातुन सोना को जी ,

म्हारी दिवरानी   ण कुल्ला दुधा का जी , म्हारी नन्दा  ण कुल्ला दुधा का जी ,

तू तो जाग ये कमेडी दिन उगियो , तू तो बोल ये कमेडी दिन उगियो ,

र लुल जा ये कमेडी दिन उगियो , झुक जा ये कमेडी दिन उगियो |

काकाजी  ने दातुन सोना को जी , म्हारा मामाजी  ने दातुन सोना को जी ,

म्हारी काकीजी  ण कुल्ला दुधा का जी , म्हारी मामाजी  ण कुल्ला दुधा का जी ,

तू तो जाग ये कमेडी दिन उगियो , तू तो बोल ये कमेडी दिन उगियो ,

र लुल जा ये कमेडी दिन उगियो , झुक जा ये कमेडी दिन उगियो |

इसी तरह परिवार के और लोगो के नाम जोडकर गीत को आगे बढाये ………….

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One Comment on “रातीजगा गीत | दातुन गीत | सुसरा जी ने दातुन सोना को जी |”

  1. सभी को नमस्कार! हैलो, आप सब कैसे हैं ? नमस्ते, आप कैसे हैं ? नमस्कार, आपके देश में अभी भी बहुत सर्दी या बरसात कैसे है, आप कभी नहीं लिखते कि आप किस भाग या राज्य से हैं? हो सकता है कि आप मुझे बुरा महसूस करें, मुझे हमेशा सच बताएं। आपको लिखने में बुरा नहीं लगता। मैं भारत का इतना हिस्सा इसलिए हूं क्योंकि भारत सबसे बड़ा देश बहुत ज्यादा आबादी वाला है। जैसे आप ट्रेन पकड़ते हैं या लोकल ट्रेन या मेल या सुपर फास्ट ट्रेन वह एक स्टेशन से शुरू करता है कि समय खाली है जब यह दूसरे स्टेशन पर पहुंच जाता है और आप देखते हैं कि ट्रेन पूरी हो गई है और बैठने की कोई जगह नहीं है। वही आपकी जिंदगी ट्रेन है आप रहते हैं एक मंजिल से दूसरी मंजिल आपने कहा है लोग कृपया पक्ष दें मैं दूसरों से निकलने के लिए गंतव्य क्योंकि मुझे दूसरों को पकड़ना है घर पहुंचने के लिए ट्रेन। मुझे उम्मीद है कि मैं आपको थोड़ा समझाऊंगा। आपका जीवन देश। बहुत धन्यवाद! सुबह का दिन शानदार हो।

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