पितरानी जी का गीत
कठ स आया ए पितरानी प्यारा पावणा
कठ लियो ए मुकाम, पितरानी प्यारा पावणा।
सुरगापात स आया ए पितरानी प्यारा पावणा अजमेर मं लियो ए मुकाम, पितरानी प्यारा पावणा।
चंदन चौकी पितरानी थाने बैठना,
दूध पखारांगा पांव, पितरानी प्यारा पावणा।
चावल राँधा जी पितरानी उजला, हरा मूंग की दाल। पितरानी प्यारा पावणा।
घी बरतवा पितरानी थाने टोकना, पापड़ तलूँगी पचास। पितरानी प्यारा पावणा।
[फलका तो पोवां पितरानी थारा पतला पतला, तीवन तीस बत्तीस। पितरानी प्यारा पावणा।
थाल परोसजी थाली कूल बहू, पायल की झनकार। पित्तरानी प्यारा पावणा।
जिमत नीरखजी पितरानी थारी आँगनी।
जिमया तो जुठयाजी पितरानी थारा पावणा।
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