महाभारत

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    महाभारत के अध्याय बासठ के अनुसार महाभारत की महिमा महाभारत जनमेजय उवाच महाभारत जनमेजयने कहा–द्विजश्रेष्ठ ! आपने कुरुवंशियों के  चरित्ररूप महान् महाभारत नामक सम्पूर्ण इतिहासका बहुत संक्षेपसे वर्णन किया है ।।…

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भगवान सूर्य का युधिष्ठर को अक्षयपात्र प्रदान करने और सूर्य आराधना की कथा  सूर्य आराधना  विप्रवर ! ये वेदों के पारंगत ब्राह्मण मेरे साथ वन में चल रहे हैं | परन्तु में इनका…

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द्रोपदी का पांचों पांडवों के साथ विवाह होने के पीछे क्या कारण था ?  क्या जुडी थी कोई पूर्व जन्म की कथा आइए जानते हैं| पूर्व जन्म में द्रोपदी एक तपोवन में किसी…

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Maharishi  Dadhichi ka Devtaon  Ko Asthidan Aur Vajr Nirman Ki Katha वृतासुर से त्रस्त देवताओं को महर्षि दधिची का अस्थि दान और वज्र निर्माण की कथा  वृतासुर से त्रस्त देवताओं को महर्षि दधिची…

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द्रोपदी का  सत्यभामा को सती स्त्री के कर्तव्य की शिक्षा देना | स्त्री के कर्तव्य  वैशम्पायन जी कहते हैं – जनमेजय ! जब पाण्डव तथा विद्वान् ब्राह्मण धर्म चर्चा कर रहे थे ,…

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