पितर जी का गीत
म्हारे पितर देवता आओ, थारो रातिजगा है आज,
थारो रातिजगा है आज-2
म्हारे पितर देवता आओ, थारो रातिजगा है आज।
म्हारा सुसराजी आंगनिये, थारो थांब बनवायो है, हलवा पूडी पपडी का भोग हाथा सू बनवाया है, आओ रस-रस भोग लगाओ जिमो पितरजी महाराज,
म्हारे पितर देवता आओ…
म्हारा जेठ जी आंगनिये, थारो थान बनवायो है, हलवा पूडी पपडी का भोग, हाथा सू बनवाया है, आओ रस-रस भोग लगाओ, जिमो पितरजी महाराज,
म्हारे पितर देवता आओ…
म्हारे आंगनियां मं आओ, अपनी किरपा सदा बरसाओ,
म्हारी भूल-चूल न कर दो माफ़, पितर जी महाराज,
मैं तो जानू नहीं कैसी सेवा करनी है महाराज, म्हारे पितर देवता आओ…
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