शहद

शहद को मधु भी कहते हैं यह एक मीठा चिपचिपाहट वाला अर्ध तरल पदार्थ होता हैं | जो मधुमखिया पौधे के पुष्पों के रस  द्वारा  तैयार करती हैं | शहद में ग्लूकोज , एकलशर्करा फ्रक्टोज के कारण शहद में मीठापन होता हैं |शहद में की पोष्टिक तत्व होते हैं | इसी कारण शहद को आयुर्वैदिक ओषधि के रूप में प्रयोग किया जाता हैं |प्राचीन काल से ही आयुर्वेद में इसे जिवानुरोधी के नाम से भी जाना जाता हैं |शहद को आहार में भी उपयोग किया जाता हैं |तथा शहद दूध में मिल जाने पर सम्पूर्ण उर्जा दायक स्वास्थ्य वर्धक आहार बन जाता हैं |

शहद एक गुणकारी स्वास्थ्य वर्धक ओषधि हैं | इसका उपयोग कहने के साथ साथ दवा के रूप में भी होता हैं | इसका उपयोग शरीर में स्फूर्ति लाने , वजन कम करने , वजन बढाने , नेत्र ज्योति बढाने , त्वचा में क्रांति लाने , बाल बढाने , मानसिक रोगियों के लिए भी चमत्कारिक प्रभाव देखे गये हैं |

शुद्ध शहद की पहचान

गर्म पानी  के गिलास में एक चम्मच शहद डाले यदि शहद पैंदे में जम जाए तो आप जान लीजिये की शहद शुद्ध हैं |यदि पानी में तैरने लगे तो मान लीजिये शहद नकली हैं |

एक माचिस की तीली पर रुई लगाकर जला ले यदि जल जाये तो मान लीजिये शहद शुद्ध हैं |

शहद  सर्दी में जम जाता है तथा गरमी में पिघल जाता है |

टिस्यू पेपर या सादा कागज पर शहद डालने से शहद नीचे निशान नहीं आता है पेपर के ऊपर जम जाता हैं तो मान लीजिये शहद शुद्ध हैं |

शहद की कुछ बूंदे पानी में डालें यदि यह बूंदे पानी में बनी रहती है तो शहद असली है और शहद की बूंदे पानी में मिल जाती है तो शहद मिलावटी हैं |

शहद के आयुर्वैदिक उपयोग –

रात को सोने से पहले गुनगुने पानी में दो चम्मच मिलाकर पिए और तुरंत सो जाए कोई सी भी खासी हो लाभ होगा |

अदरक के रस में शहद मिलाकर चाट ले और एक घंटा पानी नही पिए लाभ होगा |

वजन कम करने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में दो चम्मच शहद और दो चम्मच निम्बू का रस मिलाकर पिने से लाभ होगा |

कुछ बच्चे रात में सोते समय बिस्तर में ही मूत्र / पेशाब कर देते हैं।रात में सोने से पहले  शहद का सेवन कराते रहने से बच्चों का सोने के बाद  मूत्र पेशाब निकल जाने का रोग दूर हो जाता है |

एक चम्मच शुद्ध शहद शीतल पानी में मिलाकर पीने से पेट की गर्मी शांत होती हैं , आराम मिलता है |

एक चुटकी सौंठ को थोड़े से शहद में मिलाकर चाटने से पेट के रोग समाप्त हो जाते हैं |

पेट के दर्द में भी काफी लाभ होता है। कुछ तुलसी की पत्तियां पीस कर चटनी को आधे चम्मच शहद के साथ मिलाकर खाए लाभ होगा |

रात्री को सोते समय एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पी लें। इसके इस्तेमाल से सुबह पेट साफ हो जाता है।

 एक गिलास पानी में एक चम्मच नींबू का रस तथा आधा चम्मच शहद मिलाकर लेना चाहिए। इससे अजीर्ण का रोग नष्ट हो जाता है और पेट समन्धित सभी रोग समाप्त होते हैं आयु बढती हैं |

शहद में दो काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर चाटना चाहिए इससे आखो की रौशनी बढती हैं तीन महीने तक नित्य प्रतिदिन ऐसा करने से चश्में के नम्बर कम हो जाते हैं |

अजवायन के दाने और सौंठ का चूर्ण बना कर  शहद के साथ सेवन करे ।

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए दो चम्मच शहद को जरा सा गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए | शहद खून बढाता हैं |शहद के सेवन से हाई व लो बीपी दोनों में लाभकारी होता हैं |

शहद में सौंफ तथा जीरा का चूर्ण बनाकर मिला लें और दिन में कई बार सेवन करे  इससे दस्त में लाभ मिलता है।अनार दाना चूर्ण शहद के साथ स्वं करने से भी लाभ होता हैं | से दस्त बंद हो जाते हैं|

अजवायन का चूर्ण एक चुटकी को एक चम्मच शहद के साथ बच्चो को देने से बच्चो के पेट के कीड़े मर जाते हैं |यह चूर्ण  दिन में तीन बार तक दे सकते हैं |

सप्ताह में एक दिन सिर पर शुद्ध शहद का लेप करना चाहिए।

शहद योग अभ्यास करने वाले के लिए अत्यधिक लाभकारी हैं |

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