गेहूँ के चोकर [ तुष ] के औषधीय गुण | आयुवैदिक इलाज
- चोकर [ तुष ] गेहूं के चोकर कब्ज दूर करनेमें रामबाण ओषधि है।चोकर से स्नान करने से चर्मरोग सदा सदा के लिए ठीक हो जाता है।
- परंतु चबाते समय मुँहको लारसे मुलायम हो जाता है। चूंकि यह मुँहकी लारको काफी मात्रामें समेट लेता है, अतः भोजन को पचाने में भी सहायता करता है।
- चौकर युक्त आटे की रोटी खाने से शरीर की क्रांति बनी रहती हैं
- चोकर युक्त गेहूं के आटे से बनी रोटी का सेवन करनेसे निम्नलिखित लाभ भी प्राप्त होते हैं, जैसे – यह मलको सूखने नहीं देता पेट की नसों को मुलायम रखता हैं |
- मलाशमका कैंसर नहीं होता।
- आंतोंमें जाकर उत्तेजना पैदा नहीं करता, अपितु बृहदान्त्र एवं गुदगुदी पैदा करता है |
- इससे मल पतला नहीं अपितु मुलायम तथा बंधा हुआ आता है।
- आँतोंमें मरोड़ पैदा नहीं होती। मल बिना जोर लगाये आसानीसे निकल जाता है। जोर लगाकर मेल निकालनेसे नाडी कमजोर हो जाती है तथा शक्ति न रहना, गैस बनना , बवासीर, माइग्रेन , आफरा , इत्यादि रोग होनेका डर रहता है|
- चोकर का सेवन करना हर दृष्टिसे अच्छा है।
- भोजनमेंसे गुणकारी चोकरको निकालकर हम शरीरके साथ अन्याय करते हैं। चोकर निकाले हुए आटेकी रोटियाँ स्वास्थ्यके लिये हानिकारक हैं | बिना चोकर युक्त रोटी खाने से मोटापा बढ़ता हैं | वे गेहू के गुणों को नष्ट करती हैं |
- चोकरसे शरीरअन्दर से शुद्ध और पवित्र रहता है।
- यह पेटके अंदर की सफाई कर पेटको साफ कर देता है। पेट साफ रहनेसे शरीर में कोई बीमारी नहीं होती।
- सभी माता बहनों से मेरी विनती हैं भोजनमें चोकरको प्रधानता दें।
- अपने परिवार के सदस्यों को अच्छा खान – पान दे |इसको आटे में मिलाइये।
- सब्जी, दूध, दही, सलाद, शहद में मिलाकर खाइये।
- चौकर के गुड़में मिलाकर लड्डू बनाइये।
- कुछ दिन चोकर युक्त आटा खाइए फिर स्वयं चमत्कारिक बदलाव देखिये | इस प्रयोग से कैंसरसे दूर रखता है तथा आँतोंकी सुरक्षा होती हैं |
- आमाशयके घावको ठीक करता है।
- क्षयरोग भी दूर करता है |
- हृदय रोगसे बचाता है |
- कोलेस्ट्रोल को संतुलित करता हैं |
- यदि आपको अपने परिवार को स्वस्थ रखना है तो आप भी चोकर युक्त आटे की रोटी खिलाइए औरआप स्वयं भी चोकर जरूर खाइये।
- चोकर खानेवालोंको एपेंडीसा नहीं होती हैं |
- आँतोंकी बीमारी नहीं होती।
- मोटापा घटानेके लिये चोकर निरापद औषधि है | चोकर का प्रयोग मोटापे में रामबाण ओषधि हैं |
- क्योंकि भोजनमें कमी करनेकी आवश्यकता नहीं पड़ती, रोगी आसानीसे पतला हो जाता है। क्यों की चौकर में फाइबर अधिक होता हैं |
- गेहूं चोकर मधुमेह निवारणमें मदद करता है।
- चोकरका हलवा खाने से हड्डी में गेस नही बनती है।
- चोकर युक्त मिस्सी रोटीको और भी स्वादिष्ठ बनती है। चोकरदार बूँदीका रायता स्वादके साथ खाया जा सकता है।
- बनाता है। चोकरदार नका बूँदीका रायता स्वादके साथ खाया जा सकता है। १५- इडली, डोसा, कचौड़ी बनाते समय चोकरको न
- बाते भूलें। सरसोंका शाक चोकरके साथ बनाइये।
- की १६- चोकर साफ-सुथरा, मोटा, स्वादिष्ठ ताजे आटासे नमें निकाला हुआ एवं जर्म्स (Germs) से मुक्त होना चाहिये। १७-छोटी मिलका सफाईसे बना चोकर मोटा एवं री अच्छा होता है।
- चोकर खानेवालोंका दिल-दिमाग स्वस्थ रहता ये है क्योंकि चोकरसे पेट साफ हो जाता है। याद रखें क़ब्ज़ ही अधिकतर रोगोंकी जड़ है। यह बच्चो की यादाश्त को भी बढ़ता हैं |
- चोकर क्षारधर्मी होनेके कारण रक्त की रोगों से लड़नेकी ताकत बढ़ाता है।
- सभी प्रकारके अत्रके रेशों में गेहूँका चोकर गुणकारी है।
- चोकरमें प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, केलोरीज, रेशा, कैलशियम, सोडियम, आक्जेलिक एसिड, पोटेशियम, ताँबा, सल्फर, क्लोरीन, जिंक, थियामिन, विटामिन ए रिबोफ्लोविन, निकोटिनिक एसिड, पायरिडोक्सिन, फोलिक एसिड, प्रेटाथेनिक एसिड एवं विटामिन के k पाया जाता है।
- अपने खान पान जीवन शैली में बदलाव करके स्वस्थ रह सकते हैं | अनेक बीमारियों से बचा जा सकता हैं |
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