तुलसी माता का गीत हाजी रामा
तुलसी माता हाजीरामा ल्याओ न तुलसी रो बिड्लो ज्या घर धर्म घणेरो || टेर ||
हाजी रामा श्रावण में तो बीज बिखेरी भादुड़े द्योए पानी |
आसोजां में घेर घुमेरा , कार्तिक में ब्याह रचावो ||
बाबुल पूछे सुण म्हारी तुलसी , किसीया वर थारे ढूढा ||
सूरज किरण तेज तपक तो चन्दा ज्यो शीतल होय ||
हाजी बाबुल मिगसर म तो मुंग न खाया पौष महीने लापसी ||
हाजी बाबुल माघ महीने माघ नहाया , ठंडा पानी सीच्या ||
बाबुल फागुन महीने फाग खेल्या गहरी गुलाल उदयो ||
बाबुल चेत्र महीने गणगौर पूजी , सुन्दर गुल्ला काढ्या ||
हाजी बाबुल वैशाख महीने शंकर सिच्या , सूरज अर्घ्य चढाया ||
हाजी बाबुल जेठ महीने इंद्र धुडक्या आसाढ़ महीने बरस्या ||
बाबुल इतना तो में जप तप करिया , जब कृष्ण वर पाया ||