प्रकृति का रंग हरा
हरा रंग सम्पूर्ण प्रकृति हरे रंग से रंगी हैं | पेड़ – पौधे , खेत खलिहान , बाग – बगीचे ,पर्वत पहाड़ सभी तरफ तो हरियाली हरियाली हैं | जब मनुष्य प्रकृति की गोद में होता हैं सबसे अधिक प्रसन्न , खुश शांत विचारशील होता हैं | कवि , लेखक अपनी रचनाये प्रकृति की गोद में बैठकर लिखते हैं | लाल रंग का धार्मिक महत्त्व |
सभी वैदिक , पौराणिक ग्रन्थो की रचना प्रकृति की गोद में हुई हैं | हमारे नेत्रों को अत्यंत प्रिय लगते हैं | यह नेत्र ज्योति बढ़ाने में मदद करता हैं | यह रंग सकारात्मक उर्जा प्रदान करने वाला हैं | मन को सुख शान्ति और शारीरिक रूप से स्फूर्ति प्रदान करने वाला हैं | रंगो का धार्मिक महत्त्व |
भगवान की पूजा में भी हरे रंग का विशेष महत्त्व हैं | भगवान के वस्त्र लाल व हरे रंग के होते हैं | लाल और हरे रंग से माँ लक्ष्मी के वस्त्र बने होते हैं | हरा रंग स्फूर्ति प्रदान करने वाला , आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला हैं | माँ लक्ष्मी का निवास मेहनती व प्रगति शील मनुष्यों के पास निवास करती हैं |
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सभी ऋषि मुनियों ने हिमालय की पहाडियों में घोर साधना कर प्रभु को प्रसन्न कर विभिन्न प्रकार की सिद्धिया प्राप्त की | मानसिक संतुलन , शांति और शीतलता प्रदान करने वाला हैं |
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