पीपल देवता का गीत
कुण तैने पीपल देवता बोईयो रे राम, कुण तेरी बांधी है पाल पीपल देवता चारों कूटों में पीपल तू बड़ा हो राम।
श्रीकृष्ण जी पीपल बोईयो हे राम। राधा तो रुक्मण बांधी पाल ओ राम ।
चारों कूटों में पीपल तू बड़ा हो राम।
क्या से तो पीपल देवता सींचियों हे राम,
क्या की तो बांधी है पाल पीपल देवता।
चारों कूटों में पीपल तू बड़ा हो राम।
दूध दही से ब्रह्मा सींचयो हे राम,
घी गूड़ से बांधी है पाल पीपल देवता ओ राम।
चारों कूटों में पीपल तू बड़ा हो राम।
कुण तैने पीपल देवता नुतियो हे राम।
कुण तैने न्यूत जिमाया ओ राम।
चारों कूटों में पीपल तू बड़ा हो राम।
श्री कृष्ण जी न्योता दे दिया हे राम, राधा तो रुक्मण न्यूत जिमाया ओ राम ।
चारों कूटों में पीपल तू बड़ा हो राम।
डाली तो डाली ब्रह्मा देवता हे राम। पेड़ी में श्री भगवान ओ राम
सारी पुरी पीपल तू बड़ा हे राम।
चारों कूटों में पीपल तू बड़ा हो राम।
गले में जनेऊ कच्चा पाट का हे राम। असली ब्रह्मा का रूप पीपल देवता ओ राम ।
चारों कूटों में पीपल तू बड़ा हो राम।
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