Festivals of India | Hindu Festivals | List of Hindu Festivals 2025 | भारत के प्रमुख त्यौहार

हिंदू त्योहार भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न हिस्सा हैं। ये त्योहार धार्मिक आस्था, सामाजिक एकता और प्रकृति के प्रति आदर को दर्शाते हैं। हर त्योहार का अपना एक विशेष महत्व है, जैसे होली भाईचारे और रंगों का प्रतीक है, तो दिवाली अच्छाई पर बुराई की जीत का उत्सव है। ये पर्व न केवल आत्मिक और सामाजिक शांति लाते हैं, बल्कि परिवार और समुदाय को भी जोड़ते हैं। त्योहारों के माध्यम से हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोते हैं और नई पीढ़ी को इससे जोड़ते हैं।

आइए जानते हैं प्रमुख त्योहारों के बारे में, जो भारतीय संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा हैं।

होली (Holi)

रंगों और उमंगों का त्योहार है होली। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। ( Fri, 14 Mar, 2025)

दिवाली (Diwali)

प्रकाश और खुशियों का त्योहार है दिवाली। इस दिन भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी मनाई जाती है। (Sat, 21 Oct, 2025)

महाशिवरात्रि (Maha-Shivatri)

भगवान शिव की आराधना का मुख्य पर्व है। इस दिन भक्त शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाते हैं। (Wed, 26 Feb, 2025)

जन्माष्टमी (Janmashtmi)

भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव है जन्माष्टमी। इस दिन मंदिरों में झांकियां और झूले सजाए जाते हैं। (Sat, 16 Aug, 2025)

गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi)

भगवान गणेश की पूजा का पावन पर्व है। इस दिन गणपति की मूर्ति स्थापना और विसर्जन किया जाता है। (Tue, 26 Aug, 2025)

मकर संक्रांति (Makar Sankranti)

यह सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व है। इस दिन तिल-गुड़ खाने और पतंग उड़ाने की परंपरा है। (Tue, 14 Jan, 2025)

रक्षाबंधन (Rakshabandhan)

भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है रक्षाबंधन। इस दिन बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है। (Sat, 9 Aug, 2025)

राम नवमी (Ram Navmi)

भगवान श्रीराम के जन्म का पर्व है। इस दिन रामचरितमानस और रामायण का पाठ होता है। (Sun, 6 Apr, 2025)

वसंत पंचमी (Vasant Panchmi)

मां सरस्वती की पूजा का विशेष दिन है। इस दिन पीले वस्त्र पहनने और पीला भोजन बनाने की परंपरा है। (Sun, 2 Feb, 2025)

दुर्गा पूजा (Durga Pooja)

मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का पर्व है। इस दिन पंडालों में मां की भव्य मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। (Thu, 2 Oct, 2025)

ओणम (Onam)

केरल का मुख्य फसल उत्सव है ओणम। इसमें फूलों की पोक्कलम और नौका दौड़ का आयोजन होता है। (Tue, 26 Aug, 2025 – Thu, 4 Sept, 2025)

दशहरा (Dusshera)

बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है दशहरा। इस दिन रावण दहन कर राम की विजय को मनाया जाता है। (Thu, 2 Oct, 2025)

गीता जयंती (Geeta Jayanti)

भगवद गीता के उपदेश का स्मरण दिवस है। इस दिन धार्मिक प्रवचन और गीता पाठ होता है। (Mon, 1 Dec, 2025)

हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti)

भक्तों के संकट हरने वाले हनुमान जी का जन्मदिन है। इस दिन हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ होता है। (Sat, 12 Apr, 2025)

अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya)

पुण्य कमाने और शुभ कार्य शुरू करने का दिन है। इस दिन सोना खरीदना और दान करना शुभ माना जाता है। (Wed, 30 Apr, 2025)

कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima)

स्नान और दीपदान का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान और गुरु नानक जयंती भी मनाई जाती है। (Wed, 5 Nov, 2025)

पोंगल (Pongal)

तमिलनाडु का प्रमुख फसल उत्सव है। यह सूर्य देव की पूजा और नई फसल के स्वागत का पर्व है। (Tue, 14 Jan, 2025 – Fri, 17 Jan, 2025)

उगादी (Ugadi)

दक्षिण भारत का नववर्ष उत्सव है। इस दिन नए साल की शुरुआत के लिए विशेष पूजा होती है। (Sun, 30 Mar, 2025)

गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima)

गुरु के प्रति सम्मान प्रकट करने का पर्व है। इस दिन शिष्यों द्वारा गुरु का पूजन और वंदन होता है। (Thu, 10 Jul, 2025)

भाई दूज (Bhai Dooj)

भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है भाई दूज। इस दिन बहन भाई की लंबी उम्र के लिए पूजा करती है। (Thu, 23 Oct, 2025)

भीष्म अष्टमी (Bhishma Ashtami)

महाभारत के महान योद्धा भीष्म पितामह का स्मरण दिवस। इस दिन उनके तप और त्याग की पूजा की जाती है। (Wed, 5 Feb, 2025)

नवरात्रि (Navratri)

मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पर्व है। इसमें उपवास और भक्ति गीतों का विशेष महत्व है। (Sun, 30 Mar, 2025 – Mon, 7 Apr, 2025)

वैसाखी (Baisakhi)

खुशहाली और नई फसल का पर्व है। यह पंजाब में विशेष रूप से धूमधाम से मनाया जाता है। (Sun, 13 Apr, 2025)

बंगाली नववर्ष (Bangali New Year)

बंगाल के नववर्ष का शुभारंभ होता है। इस दिन लोग पारंपरिक वेशभूषा में एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। (Tue, 15 Apr, 2025)

हिंदू त्योहार हमारी समृद्ध संस्कृति, परंपरा और धार्मिक मान्यताओं को संजोने का माध्यम हैं। ये पर्व न केवल हमारी आध्यात्मिकता को सुदृढ़ करते हैं बल्कि परिवार और समाज के बीच आपसी प्रेम और सौहार्द्र भी बढ़ाते हैं। सालभर मनाए जाने वाले ये त्योहार जीवन में नई ऊर्जा, सकारात्मकता और उत्साह का संचार करते हैं। हर पर्व अपने आप में एक संदेश और सीख लिए होता है, जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने में मदद करता है। आइए, इन त्योहारों के माध्यम से मिल-जुलकर खुशियां मनाएं और अपनी परंपराओं को जीवंत बनाए रखें।