हनुमान जयंती 2023  महत्त्व

सम्पूर्ण संसार में श्री हनुमान जी की उपासना अत्यंत व्यापक रूप में की  जाती हैं | भगवान बजरंगबलि को कलियुग का प्रमुख देवता हैं | हनुमान जी भगवान शंकर के ग्यारहवे रूद्र अवतार है | चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि इस वर्ष 8 अप्रेल बुधवार  का शुभ दिन भगवान बजरंग बलि के जन्म दिवस के रूप में मनाया जायेगा | धर्म में विश्वास रखने वालो तथा धर्म की रक्षा करने वालो , मानवता का धर्म निभाने वालो के हृदय में प्रभु सीता राम सदैव निवास करते हैं | हनुमान जी भगवान राम के परम् उपासक हैं | हनुमान जी सर्वव्यापक हैं उनके स्वामी प्रभु राम के भजन कीर्तन , कथा होती हैं हनुमान जी वहाँ दौड़े चले जाते हैं और भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं |

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यत्र यत्र रघुनाथ कीर्तनं
तत्र तत्र कृतमस्त कान्ज्लिम |
वाष्पवारी परिपूर्ण लोचनं
मारुति नमत राक्षसान्तकम ||

 भगवान बजरंगबलि को उपासक गुरु रूप में पूजा करते हैं | हनुमान जी से श्रेष्ठ सम्पूर्ण संसार में कोई श्रेष्ठ गुरु नहीं हैं | हनुमान जयंती व्रत को रात्रि शयन से पूर्व भगवान सीताराम तथा हनुमान जी का मन ही मन स्मरण करना चाहिए |

हनुमान जी की पूजा अर्चना से स्मरण करने से  बल , बुद्धि , विद्या , यश , ज्ञान  , आरोग्य स्वत: मिल जाते हैं |

बुद्धिहीन तनु जानिके ,
सुमिरौ पवन कुमार |
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं ,
हरहु कलेस विकार ||

प्रभु के चरणों में समर्पित हो जाना अखण्ड भक्ति करना निरन्तर श्रद्धा भक्ति से आराधना करना कल्याणकारी हैं | संकट में सदैव हनुमान जी भगवान की आराधना की जाती हैं | अपने इष्ट हनुमान जी से सदैव यही प्रार्थना करे |

संकट मोचन हनुमानाष्टक के नित्य पाठ करने के लिए यहाँ क्लिक करे |

पवनतय संकट हरन , मंगल मूर्ति रूप |
राम लखन सीता सहित , हृदय बसहु सुर भूप || 

  ||  हनुमान जयंती की आपको सहपरिवार हार्द्धिक शुभकामनाये ||  

रामायण मनका 108