आरती महावीर प्रभु की | Aarti Mhavir Parbhu Ki

महावीर स्वामी जैन धर्म के चौबीसवे तीर्थकर हैं | भगवान महावीर का जन्म लगभग ढाई हजार साल पहले वैशाली के गणतन्त्र राज्य क्षत्रिय कुंडलपुर में हुआ था | भगवान महावीर के अनेक नाम हैं : – वीर , अतिवीर , सन्मति भी इनके ही नाम हैं | अहिंसा , अपरिग्रह , अनेकान्तवाद के समर्थक थे | इनका जन्म चैत्र शुक्ला त्रयोदशी को हुआ | महवीर स्वामी जी की आरती गाने से सभी मनोकामनाए पूर्ण हो जाती हैं |

आरती महावीर प्रभु की

जय महावीर प्रभो , स्वामी जय महावीर प्रभो ,

जग – नायक , सुखदायक , अति गम्भीर प्रभो | ध्रूव |

कुण्डलपुर में जन्में , त्रिशला के जाये | स्वामी |

पिता सिद्धार्थ राजा , सुर नर हरसाये | ॐ |

दीनानाथ दया निधि , हैं मंगलकारी | स्वामी |

जग हित संयम धारा , प्रभु पर उपकारी | ॐ |

पापाचार मिटाया , सतपथ दिखलाया | स्वामी |

दया धर्म का झंडा , जग में फहराया | ॐ |

अर्जुन माली गौतम , श्री चन्दन बाला | स्वामी |

पार जगत से बेडा , उनका कर डाला | ॐ |

पावन नाम तिहारा , जग तारण हारा | स्वामी |

निश दिन जों नर – ध्यावे , कष्ट मिटे सारा | ॐ |

करुणा – सागर तेरी , महिमा हैं न्यारी | स्वामी |

‘ ज्ञान मुनि ‘ गुण गावे , चरणन बलिहारी | ॐ |

|| जय महावीर स्वामी जी की  ||

any smndhit post

shiv chalisa