स्वप्न के शुभ फल |Swapn Ke Shubh Phal

स्वप्न ज्योतिष के अनुसार रात्रि में शयन के पश्चात जो चलचित्र दिखाई देते हैं उन्हीं विचारो को स्वप्न कहते हैं | सोते समय चेतना की अनुभूति ही स्वप्न हैं | हम रात भर स्वप्न देखते हैं , दिवा स्वप्न भी लोग अक्सर देखते हैं दिवा स्वप्न कल्पना कहलाते हैं नींद में देखा गया स्वप्न ही स्वप्न होता हैं |

स्वप्न के शुभ फल – स्वप्न भविष्य में होने वाले शुभ अशुभ परिणाम के सूचक हैं –

देवता . ब्राह्मण , गुरु वृद्धजन , तपस्वी , पितृपक्ष स्वप्न मं जो कुछ कहते हैं दर्शन देते हैं सदैव सत्य होता हैं |

स्वप्न के शुभ फल

स्वप्न में सूर्य उदय को देखना – सभी समृद्धिया प्राप्त होती हैं |

चन्द्रमा दिखाई देना – आठो सिद्धिया नव निधिया प्राप्त होना |

सफेद कमल , दर्पण , सोना , पुत्र की प्राप्ति आदि देखने से एश्वर्य की प्राप्ति होती हैं |

सोने या चांदी के पात्र में खीर खाना – उसे असीमित बल की प्राप्ति होती हैं |

युद्ध में विजय प्राप्त करना – जीवन में सुख प्राप्त करता हैं |

ग्रह और तारा मंडल देखना – सरकारी नौकरी प्राप्त होती हैं |

निडर होकर हाथी की सवारी करना  – एश्वर्य की प्राप्ति होती हैं |

सौभाग्यवति स्त्री आशीर्वाद दे – धन और आरोग्य की प्राप्ति होती हैं

सांप को चलते हुए देखना – धन प्राप्ति का संकेत हैं |

ढेर सारे नोट देखना – आपकी किस्मत चमकने वाली हैं |

कोई बड़ा आपको पैसा दे – बहुत सारा धन लाभ होने वाला हैं | अथवा तरक्की होने वाली हैं |

यदि आप किसी को पैसे दे रहे हैं – आप कर्ज मुक्त होने वाले हैं |

खेत खलिहान देखना – धन लाभ होता हैं |

अपने पूर्वजो को देखना – मनचाही इच्छा पूरी होना |

पानी से परिपूर्ण झरना देखना – अति शीघ्र दुखो का अंत होगा |

चूड़ी देखना – सौभाग्य में वृद्धि होगी |

अपनी माता को देखना – सम्मान की प्राप्ति होगी |

इन्द्रधनुष को देखना – धन एश्वर्य तथा सम्मान की प्राप्ति होती हैं |

कपास देखना – कष्ट से निवृति |

फल , पुष्प देखना – निश्चय धन प्राप्त होगा |

गाय का ताजा दूध उसी समय पीना – रोगों का नाश होता हैं |

नदी या तालाब में तैरना – दुःख दूर होगा |

किसी की मृत्यु देखना व रोना – लक्ष्मी की प्राप्ति होगी |

बगुला , मोरनी , मुर्गी देखना – चतुर स्त्री प्राप्ति का सूचक हैं |

स्वयं की मृत्यु देखना – रोगी व्यक्ति के रोग का नाश होता हैं |

सिंहनी का दूध निकालना – लक्ष्मी की प्राप्ति होगी |

बेड़ा पर चढकर नदी पार करना –  विदेश यात्रा करने का सूचक हैं |

पर्वत , वृक्ष , बगीचे , हरे सुंदर फूल देखना – बिगड़े काम संवरना |

ब्राह्मण को प्रसन्न देखना –  असम्भव कार्य सिद्ध होना |

घर पर अन्न फल हरी सब्जी किसी के द्वारा घर पर देके जाना – अकस्मात लाभ होगा |

ईमारत बनते हुए देखना – पदोन्नति होने वाली हैं |

छिपकली देखना – शुभ संकेत हैं कहीं से धन प्राप्त होगा |

तोता देखना – धन प्राप्त होगा |

अखरोट देखना – धन वृद्धि होगी |

अस्त्र शस्त्र देखना – शुभ संकेत

आम खाना – सुंदर स्त्री की प्राप्ति |

माँ भगवती के दर्शन करना – धन एश्वर्य सुख समृद्धि की प्राप्ति |

देवी लक्ष्मी को देखना – धन धान्य की प्राप्ति |

ठंडे जल से स्नान करना – सुख समृद्धि और उन्नति का सूचक |

केला अनार संतरा देखना – मनवांछित फल की प्राप्ति |

गेंहू , जौ , सरसों देखना – विद्धा की प्राप्ति होती हैं |

चतुर्भुज भगवान विष्णु के दर्शन करना – विद्या में सफलता प्राप्त होती हैं |

कुल देवी देवता को स्वप्न में देखना – यश , वैभव  प्राप्त होता हैं |

 

स्वप्न का फल मिलने का समय –

रात्रि के प्रथम पहर –  एक वर्ष

दिव्तीय पहर – आठ माह

तृतीय पहर – तिन माह

चतुर्थ पहर – एक मास में

ब्रह्ममुहूर्त  – दस दिन में

सूर्योदय से पूर्व – तत्काल फल की प्राप्ति होती हैं |

शुभ स्वप्न देखने के पश्चात सोना नहीं चाहिए | नींद खुलने के पश्चात स्नानादि से निर्वत होकर भगवान का पूजन कर धन्यवाद देना चाहिए | शुभ स्वप्न को देखने के पश्चात फल प्राप्ति तक किसी को बताना नहीं चाहिए |

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