प्रसिद्ध तीर्थ केशवरायपाटन |श्री हरि विष्णु के अवतार केशवरायजी का मन्दिर |

 

राजस्थान का प्रसिद्ध तीर्थ केशवरायपाटन |

विष्णु के अवतार केशवरायजी का मन्दिर |

भारत के राजस्थान राज्य के बूंदी जिले में एक नगर हैं |जो चम्बल नदी के तट पर बना है मंदिरभगवान  विष्णु के अवतार केशवरायजी की नगरी प्रसिद्ध तीर्थ है केशवरायपाटन

केशवरायपाटन। बूंदी जिले में  नदी के तट पर स्थित है भगवान श्रीकेशवरायजी का प्रसिद्ध मंदिर। केशवरायपाटन आध्यात्मिक पौराणिक-ऐतिहासिक महत्व की नगरी माना गया है। प्राचीन काल में यह पट्टनपुरी तीर्थ के नाम से विख्यात रहा है। यह विष्णु अवतार भगवान श्रीकेशव की नगरी भी कहलाता है। मंदिर चंबल नदी तट से सौ फीट ऊंचे टीले पर स्थित है जहां तक पहुंचने के लिए 80 सीढ़िया बनी हुई हैं। मान्यता है कि विक्रम संवत 1300 में बूंदी नरेश राव रतनसिंह की पत्नी ने इस मंदिर की नींव रखी। उनके पौत्र राव राजा शत्रुषल्य ने विक्रम संवत 1698 में कार्तिक कृष्णा एकादशी को मंदिर के गर्भग्रह में भगवान केशवरायजी की प्रतिमा को विराजमान करवाया। प्रतिमा श्वेत वरण में पद्मासन स्थिति में है।

मंदिर वास्तुकला

यह मंदिर वास्तुकला का अनूठा उदाहरण है। अनादी निधन जैन सनातन धर्म के 20 वे तीर्थकर भगवान मुनुसुव्रत नाथजी k [परसिद्ध जैन मंदिर तीर्थ क्षेत्र और केशवराय जी महाराज , भगवान विष्णु के मन्दिर के लिए प्रसिद्ध हैं |यहा  का प्रांगण अति विशाल है।  यहां देश से श्रद्धालु दर्शन करने व मनोकामना की इच्छा से यहाँ  पहुंचते हैं। सभी भक्तो की मनोकामनाए पूर्ण हो जाती हैं |

केशवरायपाटन मन्दिर पूजा अर्चना

यहाँ दिन में पांच बार आरती का आयोजन होता हैं यहाँ आयोजन मंदिर में दैनिक पूजन-अर्चन किया जाता  है। यहा कार्तिक पूर्णिमा पर विशाल मेला लगता है।जिसमें देश विदेश से यात्री गण भक्त आते हैं |

केशवरायपाटन कैसे पहुंचें———

केशवरायपाटन पहुचना आसन हैं यहा जाने के लिए पर्याप्त साधन उपलब्ध हैं | आप कार , बस , रेल मार्ग से भी जा सकते हैं |यह कोटा-दौसा-लालसोट मेगा हाईवे पर स्थित है। यह लगभग  कोटा से 20 किमी और बूंदी से 40 किमी की दूरि पर  स्थित है। यहां  रेलवे स्टेशन हैज्यादा बड़ा नही हैं परन्तु यहाँ  कुछ गाड़ियां रुकती हैं। यहा यात्रियों के ठहरने के लिए उत्तम धर्मशालाएं बनी हुई हैं।रहने व खाने की पर्याप्य व्यवस्था हैं |

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