भगवान् गणेश जी की पूजा करने से क्या क्या फल प्राप्त होते हैं |

bhgvaan ganesh ji ki pooja ka mahatamay

 

भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना करने में किसी तिथि , नक्षत्र या उपवास की आवश्यक्ता नहीं होती |

जिस किसी भी दिन मन श्रद्धा भक्ति से भरा हो उस दिन भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना की जाए तो वह पूजा अभीष्ट फलो को देने वाली होती हैं | 

अलग अलग वस्तुओ से गणेश जी की मूर्ति बनाकर पूजन करने से मनोवांछित फल की परापति होती हैं |

गणेश गायत्री मन्त्र

महाकर्णाय १ विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि , तन्नो दन्ति प्रचोदयात |’ 

यह सभी कामनाओ को सिद्ध करने वाला मन्त्र हैं प्रतिदिन 108 बार इस मन्त्र का जप करना चाहिए |

भगवान गणेश जी की प्रत्येक पक्ष में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को व्रत , विधिपूर्वक पूजन करने से सभी कार्य सिद्ध को जाते हैं और सभी अनिष्ट दूर हो जाते हैं | 

श्री गणेश जी के अनुकूल होने पर यह समस्त संसार अनुकूल हो जाता हैं

जिस पर भी एकदंत भगवान् गणपति जी प्रसन्न होते हैं उस पर देवता , पितृ देव , मनुष्य सभी चराचर जगत के प्राणी प्रसन्न हो जाते हैं |

इसलिए सम्पूर्ण विघ्नों के मुक्त होने के लिए सभी मनुष्यों को bhgvaan गणेश जी की पूजा करनी चाहिए ||

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