14 Min Read
0 53

          मां महिषासुरमर्दिनी स्रोत॥ ॥जय मा दुर्गा॥ अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते । भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि…

Continue Reading
1 Min Read
0 74

दीप प्रज्वलन मंत्र   शुभं करोतु कल्याणं, आरोग्यं सुख सम्पदाम् शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योर्ति नमोऽस्तुते।   दीपज्योतिः परंब्रह्म, दीपज्योर्ति जनार्दनः दीपो हरतु में पापं, दीपज्योर्ति नमोऽस्तुते ।   ॐ असतो मा सद्गमय,…

Continue Reading
3 Min Read
0 219

एकात्मता मंत्र   ये वैदिका मंत्रदृशः पुराणाः इन्द्रं यमं मातरिश्वानमाहुः ।। वेदान्तिनोऽनिर्वचनीयमेकं यं ब्रह्म शब्देन विनिर्दिशन्ति ।। प्राचीन काल के मंत्रदृष्टा ऋषियों ने जिस इन्द्र, यम मातरिश्वान कहकर पुकारा और…

Continue Reading
2 Min Read
0 134

परिषद गीत विश्वमखिलमुद्धर्तुममी निर्मिता वयम् मानवं समुद्धर्तुममी प्रेषिता वयम्, हरिणा निर्मिता वयम् ।। धृ।। संकटाद्रिभिदुरं धैर्यम् । धार्यमनिशमिदमिह कार्यम् मातरं प्रतिष्ठां नेतुम । तनुभृतो वयम् प्रभुणा प्रेषिता वयम् ।। 1…

Continue Reading
2 Min Read
0 87

        भजन मनुष्य जन्म अनमोल             मनुष जनम अनमोल रे, इसे मिट्टी में मत घोल रे अब जो मिला है, फिर न…

Continue Reading
3 Min Read
0 55

  पुष्पांजलि और शान्ति पाठ । जयघोष       त्वमेव माता च पिता त्वमेव त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव त्वमेव सर्व मम देव देव ।। असतो…

Continue Reading
2 Min Read
0 367

      भारत माता की आरती ॐ जय भारत माता, मैया जय भारत माता । जो जन तुझको ध्याता – 2 सुख संपद पाता ।। ऊँ जय भारत माता…

Continue Reading
6 Min Read
0 75

          सामान्य ज्ञान अपने देश भारत को जानो महाभारत 1. भीष्म पितामह का असली नाम क्या था ? देवव्रत 2. धृतराष्ट्र की माता का नाम क्या…

Continue Reading
4 Min Read
0 67

        तुलसी के गुण तुलसी के सेवन से विटामिन ʹएʹ तथा ʹसीʹ की कमी दूर हो जाती है । खसरा के  निवारण के लिए यह रामबाण औषधी…

Continue Reading
24 Min Read
0 24

    कार्तिक स्नान माहात्म्य   कार्तिकमासकी श्रेष्ठता तथा उसमें करनेयोग्य स्नान, दान, भगवत्पूजन आदि धर्मोका महत्त्व नारायणं नमस्कृत्य नरं चैव नरोत्तमम् । देवीं सरस्वतीं चैव ततो जयमुदीरयेत्॥ ‘भगवान् नारायण,…

Continue Reading