चिड़ा चिड़ि की कहानी |

chida chidi ki kahani

कार्तिक स्नान एक गरीब बुढ़िया माई कार्तिक स्नान करती व्रत करती उसके घर में खाने को भी नही था | इसलिए भगवान कृष्ण एक कटोरा खिचड़ी भर कर रख देते |और बुढिया ,माई खा लेती  |उसकी एक पड़ोसन यह देख कर जलती थी की देखो इसके कोई नहीं फिर खिचड़ी का कटोरा कहां से आता है एक दिन पड़ोसन भगवान् के खिचड़ी रख कर जाने के बाद आई ओर खिचड़ी पीछे खेत में फेंक कर चलो गई डुबोया मां आई और सोची शायद आज कोई खिचड़ी रख ना भूल गया  बूढ़ी मां भगवान का ध्यान करने लगी और भूखी ही सो गई रात्रि में भगवान स्वप्न में आए और बोले भाई तेरी पड़ोसन बहुत चतूर है वो तेरी खिचड़ी खा लेती है ईसल

Categorized in: