अम्बाष्टक स्तोत्रम्

1 Article
1
0

    अम्बाष्टक स्तोत्रम् – श्रीमदाद्यशङ्कराचार्यविरचितम (हिंदी भावार्थ सहित) चेटीभवन्निखिलखेटी कदम्बतरुवाटीषु नाकिपटली- कोटीरंचारुतरकोटीमणीकिरणकोटीकरम्बितपदा। पाटीरगन्धकुचशाटी कवित्वपरिपाटीमगाधिपसुता घोटीकुलादधिकधाटीमुदारमुखवीटीरसेन तनुताम्॥१॥ विद्याधरी आदि समस्तगगनचारिणीदेवियां दासी के रूप में जिन की सेवा करती है; अपने निवासस्थान कदम्बवन में…

Continue Reading