विष्णु गायत्री मन्त्र

1 Article
1
0

विष्णु गायत्री मन्त्र नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु: प्रचोदयात | इस मन्त्र का मन , कर्म , वचन से पवित्र होकर शुद्ध चित से स्मरण करने एक , तीन , इक्कीस अथवा…

Continue Reading