अन्नपूर्णा स्त्रोत्र

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अन्नपूर्णा स्त्रोत्र Annapurna Stotram नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौंदर्यरत्नाकरी। निर्धूताखिल-घोरपावनकरी प्रत्यक्षमाहेश्वरी। प्रालेयाचल-वंशपावनकरी काशीपुराधीश्वरी। भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी माताऽन्नपुर्णेश्वरी।।   नानारत्न-विचित्र-भूषणकरी हेमाम्बराडम्बरी। मुक्ताहार-विलम्बमान विलसद्वक्षोज-कुम्भान्तरी। काश्मीराऽगुरुवासिता रुचिकरी काशीपुराधीश्वरी। भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी माताऽन्नपूर्णेश्वरी।।   योगानन्दकरी रिपुक्षयकरी धर्माऽर्थनिष्ठाकरी। चन्द्रार्कानल-भासमानलहरी त्रैलोक्यरक्षाकरी।…

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