पितरा पातडी का गीत रातीजगा में गाया जाने वाला

थोड़ी सी तलाई म्हारी सईयो, देवतड़ा रो लश्कर आयो ।

न्याया तो धोया म्हारी सईयो, तो भी नीर मोखलो।

छोटो तो बुकशो म्हारी सईयो, कपडा से भरीयो म्हारी सईयो

देवत रो लश्कर आयो पेरया तो ओड म्हारी सईयो  कपडा मोखलाजी ।

छोटो सो डाबो म्हारी सईयो गहणा से अरियो म्हारी सईयो,

देवतडा रा लश्कर आयो

पहरया तो परखया म्हारी सईयो, तो भी गहणा मोखला जी

छोटी सी कडाई म्हारी खईयो, जामे लपसी बनाई म्हारी सईयो जाम चावल बनाया, म्हारी संईयो पुवा बनाया म्हारी सईयो जाम खीर रंघाई म्हारी सईयो।

देवतरो लश्कर आवयो जीमया तो  चुटया म्हारी सईयो तो भी मोखला जी।

छोटो सो कलश्यो म्हारी सईयो जामे नीरजं भरज्यो म्हारी सईयो।

देवतडा रो लश्कर आयो पीया तो डोल्या म्हारी सईय तो भी नीरज मोखलो।

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